Arattai App: भारत में लंबे समय से व्हाट्सएप का दबदबा रहा है, लेकिन अब एक Indian Messenger app तेजी से लोकप्रिय हो रही है, जिसका नाम है Arattai (अरत्तई)। इस ऐप ने कुछ ही महीनों में करोड़ों डाउनलोड हासिल कर लिए हैं और यह दावा किया जा रहा है कि आने वाले समय में यह व्हाट्सएप को कड़ी टक्कर दे सकती है।

Arattai app को चेन्नई स्थित Zoho Corporation ने विकसित किया है, जो पहले से ही अपने सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स के लिए जानी जाती है।
Arattai Meaning:
Arattai ऐप का नाम तमिल भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है “बातचीत” या “हल्की-फुल्की चैट”। जनवरी 2021 में इसे सॉफ्ट-लॉन्च किया गया था, ठीक उसी समय जब व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर विवाद चल रहा था। इसी वजह से इसे “Made in India WhatsApp Alternative” के रूप में पेश किया गया।
कैसे काम करती है Zoho Arattai App और क्या हैं फीचर्स?
Arattai को कंपनी ने एक Freeware, cross-platform instant messaging and voice over IP (VoIP) applications के रूप में लॉन्च किया है। इसे स्मार्टफोन, टैबलेट और डेस्कटॉप – तीनों पर एक साथ इस्तेमाल किया जा सकता है और एक अकाउंट को पांच डिवाइस तक लिंक किया जा सकता है।

इसमें कई ऐसे फीचर्स दिए गए हैं जो यूज़र्स को सीधे व्हाट्सएप की याद दिलाते हैं, जैसे:
- ऑडियो और वीडियो कॉलिंग (End-to-end encryption के साथ)
- अंतरराष्ट्रीय कॉल्स मुफ्त
- स्टोरीज और ब्रॉडकास्ट चैनल्स
- लाइव लोकेशन शेयरिंग
- स्मार्ट नोटिफिकेशन टोन और सीक्रेट चैट ऑप्शन
हालांकि अभी तक सामान्य चैट्स पूरी तरह एन्क्रिप्टेड नहीं हैं, लेकिन कंपनी का कहना है कि जल्द ही सभी संदेशों के लिए Full End-to-end encryption लागू किया जाएगा।
डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी पर बड़ा दांव
आज के दौर में जहां डेटा प्रोटेक्शन सबसे बड़ी चिंता है, वहीं Arattai खुद को सुरक्षित और पारदर्शी ऐप के रूप में पेश कर रही है। कंपनी ने साफ किया है कि यूज़र्स का सारा डेटा भारत में ही स्टोर होगा, न कि किसी विदेशी सर्वर पर।
इसके अलावा, ऐप में कॉन्टैक्ट सिंकिंग, बैकग्राउंड सर्विस और लोकेशन परमिशन्स पर यूज़र को पूरा कंट्रोल दिया गया है। सबसे अहम बात यह है कि अकाउंट को कभी भी स्थायी रूप से डिलीट किया जा सकता है। यानी उपयोगकर्ता के पास अपनी प्राइवेसी को लेकर पूरा अधिकार है।
लोकप्रियता में बेतहाशा वृद्धि
2025 के सितंबर महीने तक Arattai ने अप्रत्याशित ग्रोथ दर्ज की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहां पहले दैनिक साइन-अप्स सिर्फ़ 3,000 थे, वहीं कुछ ही हफ्तों में यह आंकड़ा 3.5 लाख प्रति दिन तक पहुंच गया। यानी लगभग 100 गुना बढ़ोतरी।
अचानक बढ़ती लोकप्रियता के चलते Zoho के सर्वर्स पर भारी दबाव पड़ा। शुरुआत में OTP डिले और कॉल फेलियर जैसी तकनीकी दिक्कतें सामने आईं। लेकिन कंपनी ने तुरंत नए सर्वर जोड़कर ऐप को स्थिर किया।
सरकार और टेक लीडर्स का समर्थन
Arattai को सरकार और इंडस्ट्री से भी समर्थन मिला है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और Zoho के संस्थापक श्रीधर वेंबू ने खुलकर इस ऐप की सराहना की। इसके चलते ऐप न सिर्फ़ प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर टॉप ट्रेंड करने लगी, बल्कि सोशल नेटवर्किंग कैटेगरी में भी यह शीर्ष पर पहुंच गई।
यूज़र्स की प्रतिक्रिया
यूज़र्स इसे व्हाट्सएप जैसा ही अनुभव देने वाली ऐप मान रहे हैं। कई लोग इसे “स्पायवेयर-फ्री” और “सुरक्षित भारतीय विकल्प” बता रहे हैं। हालांकि, एक दिलचस्प बात यह है कि ऐप के नाम को लेकर लोगों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं। “Arattai” का उच्चारण और याद रखना आसान नहीं है, जिसकी वजह से कई लोग इसे सिर्फ “Zoho Chat App” कहकर बुला रहे हैं।
क्या व्हाट्सएप को चुनौती मिलेगी?
व्हाट्सएप भारत में 400 मिलियन से अधिक यूज़र्स के साथ सबसे बड़ा मैसेजिंग ऐप है। ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है कि क्या Arattai उसके लिए असली चुनौती बन पाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल Arattai की ताकत उसकी लोकल पहचान, डेटा सुरक्षा का वादा और Made in India टैग है। भारत जैसे देश में जहां डिजिटल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहां इस ऐप की संभावनाएं बेहद उज्ज्वल हैं।
निष्कर्ष
Arattai की तेज़ रफ्तार लोकप्रियता ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय यूज़र्स अब सुरक्षित और स्वदेशी विकल्पों की तलाश में हैं। हालांकि अभी इसे लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन Zoho का यह कदम भारतीय टेक इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या Arattai वास्तव में व्हाट्सएप को टक्कर देकर भारतीय बाजार में अपनी मजबूत जगह बना पाती है।
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