
दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइनों में से एक Emirates ने यात्रियों के लिए एक अहम नियम लागू कर दिया है। अब इसकी फ्लाइट्स में सफर करते समय कोई भी यात्री पावर बैंक का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। यह नया नियम 2 अक्टूबर से लागू हो चुका है और सीधे तौर पर उन लाखों यात्रियों को प्रभावित करेगा, जो लंबी यात्रा के दौरान पावर बैंक से अपने मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करते थे।
क्या है नया नियम?
Emirates की नई गाइडलाइन के मुताबिक़ यात्री अपनी कॅबिन बैग में 100Wh तक की पावर बैंक ले जा सकते हैं। लेकिन उड़ान के दौरान इसका इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। यात्रियों को पावर बैंक को पूरी यात्रा के दौरान बंद रखना होगा।
यानी न तो यात्री फ्लाइट में पावर बैंक से फोन या लैपटॉप चार्ज कर पाएंगे और न ही इन-सीट सॉकेट से पावर बैंक चार्ज कर पाएंगे। एयरलाइन ने साफ किया है कि उड़ान के समय पावर बैंक सिर्फ ले जाने की अनुमति होगी, उसका उपयोग किसी भी स्थिति में नहीं किया जा सकता।

क्यों लिया गया यह फैसला?
एयरलाइन का कहना है कि यह फैसला पूरी तरह यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। दरअसल पावर बैंकों में लगी लिथियम-आयन और लिथियम-पॉलिमर बैटरियां ज़्यादा गर्म होने पर आग पकड़ सकती हैं। इसे तकनीकी भाषा में थर्मल रनअवे कहा जाता है। इसमें बैटरी का तापमान अचानक इतना बढ़ जाता है कि आग लगने और धमाके जैसी स्थिति बन सकती है।
बीते कुछ सालों में लिथियम-आयन बैटरी से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। उड़ानों के दौरान इन घटनाओं के चलते पायलट और एयरलाइंस दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी हुई हैं। यही कारण है कि Emirates ने यह बड़ा कदम उठाया है।
पावर बैंक कहाँ रख सकते हैं यात्री?
एयरलाइन ने इसके लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
- यात्री अपनी पावर बैंक को या तो खुद की जेब में रख सकते हैं या सीट के नीचे।
- ओवरहेड बिन यानी ऊपर रखे जाने वाले कैबिन स्टोरेज में पावर बैंक रखने की अनुमति नहीं होगी।
- पूरे सफर के दौरान पावर बैंक बंद रहना अनिवार्य होगा।
एयरलाइन ने यह भी बताया है कि उसके सभी विमान यात्रियों के लिए इन-सीट चार्जिंग पोर्ट्स से लैस हैं। यानी यात्री चाहें तो अपने मोबाइल या लैपटॉप सीधे वहीं चार्ज कर सकते हैं।
अन्य एयरलाइनों में क्या है नियम?
यह सिर्फ Emirates तक सीमित नहीं है। दुनिया भर की कई एयरलाइंस और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ जैसे FAA, TSA, CAA और IATA पहले से ही पावर बैंक पर नियम लागू कर चुकी हैं।
- यात्रियों को अधिकतम 100Wh क्षमता वाली पावर बैंक ले जाने की अनुमति है।
- कुछ एयरलाइंस 160Wh तक की पावर बैंक भी मान्य करती हैं।
- लेकिन लगभग सभी जगह उड़ान के दौरान इसका इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
यात्रियों पर क्या असर पड़ेगा?
नए नियम से लंबे सफर करने वाले यात्री ज़रूर प्रभावित होंगे। अब उन्हें फोन या लैपटॉप चार्ज करने के लिए केवल एयरलाइन द्वारा उपलब्ध इन-सीट चार्जिंग पोर्ट पर निर्भर रहना होगा।
तकनीकी जानकारों का कहना है कि यह कदम यात्रियों के लिए थोड़ी असुविधा ज़रूर लाएगा, लेकिन सुरक्षा के लिहाज़ से यह बेहद ज़रूरी है। एयरलाइंस का मकसद यात्रियों और क्रू दोनों को किसी भी तरह की दुर्घटना से बचाना है।
यात्रियों के लिए सुझाव – अगर आप फ्लाइट में पावर बैंक ले जा रहे हैं
अगर आप जल्द ही किसी फ्लाइट में यात्रा करने वाले हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपकी पावर बैंक केवल व्यक्तिगत उपयोग के लिए हो और उसमें कोई नुकसान के लक्षण न हों, जैसे कि सूजन या किसी भी तरह की खराबी।
साथ ही, ध्यान रखें कि आपकी पावर बैंक की क्षमता 100 Wh से अधिक न हो।
हमेशा अपनी पावर बैंक और स्मार्ट डिवाइस को घर से निकलने से पहले पूरी तरह चार्ज कर लें, या एयरपोर्ट पर उपलब्ध आउटलेट्स का इस्तेमाल करके अपने स्मार्टफोन जैसे उपकरण चार्ज करें।



